छत्रपति श्री शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350 वीं वर्षगाठ सर्वत्र मनाई जा रही है । रायगढ़ के किले पर घटित यह घटना भारत के इतिहास में हिंदवी स्वराज की स्थापना का स्वर्णिम क्षण है। हम सभी की सहभागिता से शिवोत्सव महाप्रतियोगिता का आयोजन कर इस क्षण का उत्सव मना रहे हैं।
इस अवसर पर आयोजित लघु चित्र (रील्स) प्रतियोगिता में आपका स्वागत है । छत्रपति श्री शिवाजी महाराज के जीवन, समय और प्रख्यात व्यक्तियों की बहुमुखी उपलब्धियों के विभिन्न पहलुओं पर एक शैक्षिक यात्रा शुरू करने के लिए हम आपकोआमंत्रित करते हैं ।
संकल्पना : छत्रपति श्री शिवाजी महाराज
प्रतिभागियों को छत्रपति श्री शिवाजी महाराज के जीवन और शासन के विभिन्न पहलुओं जैसे उनकी सैन्य प्रतिभा, प्रशासनिक सुधार, राजनयिक कौशल और सांस्कृतिक योगदान आदि का शोधपूर्वक अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित करना इस आयोजन का उद्देश्य है। इतिहास के पन्नों में झांकें और जानें कि कैसे छत्रपति श्री शिवाजी महाराज ने वीरता, न्याय और सुशासन के मूल्यों को विकसित करके एक छोटे से राज्य को एक शक्तिशाली साम्राज्य में परिवर्तित कर दिया।
आप अपनी रील्स में भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर छत्रपति श्री शिवाजी महाराज के स्थायी प्रभाव, धर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और एक न्यायपूर्ण और समृद्ध राज्य के लिए उनके दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित कर सकते हैं। इस प्रतियोगिता में भाग लेने से, आपके पास छत्रपति श्री शिवाजी महाराज की रोचक दुनिया को जानने, उनके नेतृत्व गुणों से सीखने और अपने लोगों के प्रति उनके अटूट समर्पण से प्रेरित होने का अवसर है।
इस दूरदर्शी नेता का यश सर्वत्र फैलाने, प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए आप हमारे साथ जुड़ें और उनके उल्लेखनीय जीवन और परंपरा की गहरी समझ में योगदान दें। आपकी रील भारत के महानतम ऐतिहासिक व्यक्तित्वों में से एक नया दृष्टिकोण प्रदान करने की कुंजी हो सकती है।